Home राज्यछत्तीसगढ़ पुष्पा-2 में पुलिस के अपमान के विरोध में श्रीराम सेना के अध्यक्ष ने गृह मंत्री को लिखा पत्र
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पुष्पा-2 में पुलिस के अपमान के विरोध में श्रीराम सेना के अध्यक्ष ने गृह मंत्री को लिखा पत्र

by News Desk

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही

साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की मुश्किलें इन दिनों कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। फिल्म के रिलीज होने के बाद इसमें दिखाए गए कई दृश्यों, शब्दों और किरदारों को लेकर कई आपत्तियां दर्ज हो चुकी हैं। इस बीच अब छत्तीसगढ़ में फिल्म में दिखाए गए एक सीन को लेकर श्रीराम सेना के अध्यक्ष महर्षि गौतम ने आपत्ति जताते हुए इसे पुलिस का अपमान बताया है और गृह मंत्री अमित शाह से सेंसर बोर्ड, फिल्म डायरेक्टर और अभिनेता अल्लू अर्जुन के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ज्ञापन पत्र सौंपा है।

बता दें कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के रहने वाले श्रीराम सेना के अध्यक्ष महर्षि गौतम ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि फिल्म पुष्पा-2 में एक IPS अधिकारी को बहुत ही गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जो कि IPS जैसे पद की गरिमा और उनकी छवि को धूमिल कर रहा है। यही नहीं, फिल्म में IPS अधिकारी को स्विमिंग पूल में गिराकर उसमें पेशाब करने जैसे दृश्यों का इस्तेमाल किया गया है, जो कि बेहद आपत्तिजनक है।

श्रीराम सेना के अध्यक्ष ने दी ये चेतावनी
गृह मंत्री से शिकायत करते हुए श्रीराम सेना के अध्यक्ष ने मांग की है कि सेंसर बोर्ड और फिल्म के हीरो व डायरेक्टर के खिलाफ कार्यवाही की जाए। इस संबंध में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत आवेदन दिया गया है और फिल्म के हीरो, डायरेक्टर और सेंसर बोर्ड के खिलाफ पेंड्रा थाने में तत्काल अपराध दर्ज करने की मांग की गई है। श्रीराम सेना के अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी सेंसर बोर्ड को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि फिल्म के डायरेक्टर, हीरो और सेंसर बोर्ड के खिलाफ अपराध दर्ज नहीं किया गया, तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे।

हैदराबाद भगदड़ मामले में अल्लू की हो चुकी है गिरफ्तारी
गौरतलब है कि 4 दिसंबर को वे हैदराबाद में पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान संध्या थिएटर में बिना बताए पहुंचे थे। इससे वहां भीड़ जमा हुई और भगदड़ मच गई थी। एक महिला की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे। इस मामले में अल्लू करीब 18 घंटे तक पुलिस की कस्टडी में रहे थे, जिसके बाद उन्हें रिहाई दी गई। हालांकि, इसके बावजुद अल्लू और फिल्म कास्ट को कई जगह विरोध का सामना करना पड़ा रहा है।

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