Home राज्यछत्तीसगढ़ साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई! छापेमारी में नाइजीरियाई समेत 62 साइबर अपराधी गिरफ्तार
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साइबर क्राइम के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई! छापेमारी में नाइजीरियाई समेत 62 साइबर अपराधी गिरफ्तार

by News Desk

रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर में साइबर ठगी करने वालों के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। रेंज साइबर थाने की टीम ने विशेष अभियान चलाकर अलग-अलग शहरों से तीन नाइजीरियन समेत 62 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये साइबर ठगी के अलग-अलग मामलों से जुड़े हैं। आरोपियों ने देशभर में 84 करोड़ रुपए से ज्यादा की ऑनलाइन ठगी की है। विशेष अभियान की मॉनिटरिंग आईजी कर रहे थे। अभियान में रेंज साइबर थाने समेत 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने 20 टीमें बनाकर राजस्थान, ओडिशा, रायपुर, बिलासपुर, राजनांदगांव और महासमुंद में दबिश दी थी।

पीड़ितों को 2 करोड़ वापस मिले

पिछले 6 महीने में रेंज साइबर पुलिस ने साइबर ठगी के मामलों में पकड़े गए कुल 4 करोड़ रुपए वापस कराए हैं। इसमें से 2 करोड़ रुपए कोर्ट के जरिए पीड़ितों को वापस कराए जा चुके हैं। बाकी पकड़े गए रुपए वापस कराने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।

क्या होता है यूल अकाउंट

साइबर ठगी या किसी अन्य ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए कमीशन पर अपना बैंक अकाउंट देना यूल बैंक अकाउंट कहलाता है। कई बैंक खाताधारक 10 से 20 प्रतिशत कमीशन लेकर अपना बैंक खाता साइबर जालसाजों या उनके सहयोगियों को दे देते हैं। इससे ठगी का पैसा उन बैंक खातों में जमा हो जाता है। खाताधारकों को उनका कमीशन देने के बाद शेष राशि साइबर जालसाजों के पास पहुंच जाती है। पुलिस जांच में ऐसे सैकड़ों बैंक खाते मिले हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।

यूल खाता न दें

आईजी अमरेश मिश्रा का कहना है कि साइबर जालसाजों के खिलाफ पुलिस विशेष अभियान चला रही है। इसमें कई यूल बैंक खाते मिले हैं। साइबर जालसाजों के साथ ही पुलिस ऐसे बैंक खाते उपलब्ध कराने वालों की भूमिका की भी जांच कर रही है। कोई भी व्यक्ति कमीशन के लालच में अपना बैंक खाता साइबर जालसाजों या आर्थिक अपराध से जुड़े किसी अन्य व्यक्ति को न दे। इसका दुरुपयोग होता है। इससे बैंक खाताधारक की भूमिका भी संदिग्ध हो जाती है।

इन मामलों से जुड़े हैं आरोपी

गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के पोर्टल के माध्यम से रिपोर्ट की गई उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक शाखा रायपुर में यूल बैंक खाते मिले हैं। इसमें धोखाधड़ी कर 36 लाख 48 हजार 488 रुपए जमा कराए गए। इस मामले में यूल बैंक खाता उपलब्ध कराने वाले 47 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। गुढ़ियारी क्षेत्र के उमाकांत वर्मा से गूगल रिव्यू टास्क के नाम पर 50 लाख की ऑनलाइन ठगी की गई। इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। विधानसभा क्षेत्र के अतुल अग्रवाल से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 19 लाख की ऑनलाइन ठगी की गई। इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आजाद चौक क्षेत्र में आवेदक पूजा साहू से डीएड प्रवेश फार्म फीस के नाम पर 48 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई।

इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पंडरी क्षेत्र की बुजुर्ग महिला से 58 लाख की ऑनलाइन ठगी डिजिटल अरेस्ट कर की गई। इस मामले में 1 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। टिकरापारा क्षेत्र में जितेंद्र साहू से शेयर ट्रेडिंग में निवेश कर मुनाफा कमाने के नाम पर 8.5 लाख की ऑनलाइन ठगी की गई। इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर मुनाफा कमाने के नाम पर खरहरडीह के डॉक्टर अविनाश से 2.5 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

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