Special Article : खरीफ विपणन वर्ष 2024-25, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी
दंतेवाड़ा, 27 दिसंबर। Special Article : पूरे छत्तीसगढ़ सहित दंतेवाड़ा जिले में भी 14 नवंबर से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत हो चुकी है। इसके तहत जिले में 15 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान की खरीदी की जा रही है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जिले में पंजीकृत किसानों की संख्या 16110 है। इसके साथ ही किसानों को माइक्रो एटीएम के जरिए 10,000 रुपये तक का नगद भुगतान दिया जा रहा है। इस क्रम में जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में खाली बारदाने की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। जहां प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाकर किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिया जा रहा है। इस संबंध में दंतेवाड़ा जिले से लगे हुए पातररास ग्राम निवासी किसान श्री बलराम नाग ने भी धान खरीदी केन्द्र बालूद में 150 क्विंटल धान बेचा है। वे बताते है कि उनका पास 40 एकड़ संयुक्त खेती है और अभी उनके पास 50 क्विंटल अतिरिक्त धान बचा हुआ है।
इस वर्ष धान खरीदी शासन के नीतियों के संबंध में विचार व्यक्त करते हुए उनका कहना है कि इस बार समर्थन मूल्य पर धान बेचने की प्रक्रिया पहले से अधिक सुगम और पारदर्शी बनाई गई है। ऑनलाइन टोकन प्रणाली के कारण अब उन्हें लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ा। साथ ही धान खरीदी केंद्र पर खरीदी की सुव्यवस्था और अधिकारियों का सहयोग देखकर वे बहुत प्रसन्न है। वे आगे कहते है कि अब हम जैसे कृषकों को बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता और केन्द्र के कर्मचारी भी सहयोग कर रहे है। उनके कुछ साथी किसानों ने पहले ही दिन धान बेचा और उसका भुगतान दो दिन के भीतर हो गया। उन्होंने कहा कि यह पहल किसानों के लिए बड़ी राहत है और हमें समय पर हमारा भुगतान मिल रहा है।
किसान नाग ने कहा कि इस बार समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए मंडी में लंबी कतारों से बचने के लिए पहले से स्लॉट बुकिंग की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कुशल नेतृत्व में 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान खरीदी की जा रही है और समर्थन मूल्य भी 3100 रुपये है जो हम किसानों के लिए बड़ी राहत की बात है। इससे हमारी मेहनत का सही दाम मिल रहा है। किसान नाग ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन के द्वारा किये गये व्यवस्थाओं की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि ऐसी सुविधाएं भविष्य में भी जारी रहेंगी। उनका यह भी कहना है कि धान बेचकर वह इस राशि से खेती बाड़ी और लंबित पारिवारिक कार्यों में उपयोग करेंगे। ज्ञात हो कि जिले में अब तक 2583 कृषकों से 71072.00 मीट्रिक टन धान खरीदी की जा चुकी है।